स्पेशल 26 जैसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं और फर्जी अधिकारियों की छापेमारी जारी है। दाहोद जिले के सुखसर गांव में फर्जी आयकर अधिकारियों द्वारा छापा मारने की घटना सामने आई है। यहां छह फर्जी आयकर अधिकारियों ने एक लाइसेंसी साहूकार की दुकान पर छापा मारा और 25 लाख रुपये की मांग की। आश्चर्य की बात यह है कि इस छापेमारी में एक असली जीएसटी अधिकारी भी शामिल था।
पिछले डेढ़ साल में गुजरात में फर्जी अधिकारियों द्वारा छापेमारी की कई घटनाएं सामने आई हैं। कच्छ के बाद अब दाहोद से फर्जी आयकर अधिकारियों द्वारा छापेमारी हुई है। छह फर्जी आयकर अधिकारियों ने दाहोद में कपड़े का कारोबार करने वाले अल्पेश प्रजापति की दुकान पर छापा मारा। उन्होंने उसकी दुकान में मिले आभूषणों से संबंधित दस्तावेज मांगे, लेकिन वे उपलब्ध नहीं थे, इसलिए उन्होंने मामला दर्ज न करने के बदले में 25 लाख रुपये की मांग की। दुकान मालिक को इसका शक हुआ। दाहोद पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक असली जीएसटी अधिकारी भी शामिल है। विपुल पटेल कछिया एक जीएसटी अधिकारी है, जिसने अन्य लोगों की मदद से फर्जी आयकर छापे मारे थे। उसे अब गुजरात सरकारने निलंबित किया है। पुलिस फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है। साथ ही, यह पता लगाने का प्रयास भी किया जा रहा है कि क्या उन्होंने पहले भी ऐसी छापेमारी की है।