रत्न और सोने, चांदी के आभूषणों पर मौजूदा 3 प्रतिशत जीएसटी को घटाकर 1 प्रतिशत करने की मांग

GST 4 YOU


केंद्रीय वित्त मंत्री को बजट पूर्व ज्ञापन में अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) ने रत्न और सोने, चांदी के आभूषणों पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को मौजूदा 3 प्रतिशत से घटाकर 1 प्रतिशत करने की सूचना दी है।  साथ ही, जीजेसी ने यह भी कहा है कि प्रयोगशाला में विकसित हीरों के लिए रियायती जीएसटी दर को लागू करने की तत्काल आवश्यकता है, जिसमें प्राकृतिक हीरों की तुलना में उनके टिकाऊ और लागत प्रभावी गुणों को पूरी तरह से मान्यता दी गई है।
   रत्न एवं आभूषण क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो निर्यात, रोजगार सृजन और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह एक प्रमुख रोजगार सृजनकर्ता और भारत का दूसरा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा अर्जक (एफईई) भी है। हालाँकि, उद्योग को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें जटिल कराधान, कठोर अनुपालन आवश्यकताएं और वित्तपोषण में सीमित लचीलापन शामिल हैं।
इन मुद्दों के समाधान के लिए, जीजेसी ने भारत में रत्न और आभूषण क्षेत्र की पूरी क्षमता का दोहन करने के लिए कार्यान्वयन योग्य सिफारिशों की रूपरेखा वाली एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें कहा गया है कि आभूषण क्षेत्र एक लघु और मध्यम उद्योग है।और इसके लिए कोई समर्पित मंत्रालय नहीं है। आभूषण उद्योग के लिए, सरकार को राज्य स्तर पर नोडल कार्यालय स्थापित करना चाहिये तथा इस क्षेत्र के लिए एक केंद्रीय मंत्री नियुक्त करने का अनुरोध किया गया है।